महिलाओं में जननांग संक्रमण की समस्याओं में योनिशोथ (Vaginitis) एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। यह योनि की भीतरी झिल्ली में सूजन या संक्रमण के कारण होती है, जो खुजली, जलन, दर्द, और असामान्य स्राव जैसे लक्षणों से प्रकट होती है। समय रहते उपचार न कराने पर यह संक्रमण गर्भाशय या अन्य प्रजनन अंगों तक फैल सकता है।
योनिशोथ क्या है?
योनिशोथ (Vaginitis) एक ऐसी स्थिति है जिसमें योनि की दीवारों में सूजन, संक्रमण या जलन होती है। यह मुख्य रूप से बैक्टीरिया, फफूंद (फंगल इंफेक्शन), परजीवी या एलर्जी के कारण हो सकती है।
योनिशोथ के प्रकार (Types of Vaginitis)
- Bacterial Vaginosis (बैक्टीरियल वेजिनोसिस):
यह तब होता है जब योनि में अच्छे और खराब बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है।- स्राव का रंग – ग्रे या सफेद
- गंध – मछली जैसी दुर्गंध
- Candidiasis (कैंडिडल इंफेक्शन या फंगल योनिशोथ):
यह फंगस Candida albicans के कारण होता है।- लक्षण – सफेद पनीर जैसा स्राव, खुजली, जलन
- Trichomoniasis (ट्राइकोमोनास संक्रमण):
यह यौन संपर्क से फैलने वाला संक्रमण है, जो Trichomonas vaginalis नामक परजीवी से होता है।- लक्षण – पीले या हरे रंग का झागदार स्राव, तेज गंध, योनि में दर्द
- Atrophic Vaginitis (रजोनिवृत्ति के बाद योनिशोथ):
रजोनिवृत्ति (Menopause) के बाद एस्ट्रोजन की कमी से योनि की दीवारें पतली और सूखी हो जाती हैं।- लक्षण – सूखापन, दर्द, जलन, संबंध बनाते समय असुविधा
- Allergic or Irritant Vaginitis:
कुछ साबुन, स्प्रे, परफ्यूम, या सिंथेटिक कपड़े एलर्जी पैदा कर सकते हैं।
योनिशोथ के मुख्य कारण (Causes)
- असुरक्षित यौन संबंध
- अत्यधिक नमी या गंदगी
- हार्मोनल बदलाव (रजोनिवृत्ति, गर्भावस्था, गर्भनिरोधक गोलियाँ)
- बार-बार एंटीबायोटिक का सेवन
- बहुत टाइट कपड़े या सिंथेटिक अंडरगारमेंट्स
- योनि की साफ-सफाई में गलत तरीके (जैसे बार-बार डूशिंग करना)
- कमजोर इम्यून सिस्टम
योनिशोथ के लक्षण (Symptoms)
- योनि में खुजली, जलन या चुभन
- असामान्य स्राव (सफेद, पीला, हरा या झागदार)
- दुर्गंध
- संबंध बनाते समय दर्द या जलन
- पेशाब करते समय दर्द
- योनि के आस-पास सूजन या लालिमा
निदान (Diagnosis)
डॉक्टर सामान्यतः निम्न तरीकों से योनिशोथ का पता लगाते हैं:
- रोग का इतिहास और शारीरिक जांच
- योनि स्राव की लैब टेस्टिंग (Microscopic examination)
- pH टेस्ट
- कल्चर टेस्ट (संक्रमण की पहचान के लिए)
उपचार (Treatment)
योनिशोथ का इलाज उसके कारण के अनुसार किया जाता है:
- Bacterial Vaginosis के लिए:
- एंटीबायोटिक दवाएं (जैसे Metronidazole, Clindamycin)
- Fungal Infection (Candidiasis) के लिए:
- एंटी-फंगल दवाएं (Fluconazole, Clotrimazole, Miconazole)
- संक्रमण वाले हिस्से पर क्रीम या ओइंटमेंट
- Trichomoniasis के लिए:
- Metronidazole या Tinidazole जैसी दवाएं
- यौन साथी का भी इलाज जरूरी है
- Atrophic Vaginitis के लिए:
- एस्ट्रोजन क्रीम या टेबलेट
- मॉइस्चराइजिंग जेल
- Allergic Vaginitis के लिए:
- एलर्जी वाले पदार्थों से बचाव
- सूजन कम करने वाली दवाएं
घरेलू उपाय (Home Remedies)
- योग और प्राणायाम: हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक
- गुनगुने पानी से सफाई: हर बार पेशाब या संबंध के बाद
- नीम और त्रिफला: संक्रमण रोधी गुणों से भरपूर
- दही (Curd): प्रोबायोटिक्स संक्रमण कम करने में मदद करते हैं
- कॉटन के कपड़े: हवा का संचार बनाए रखते हैं
बचाव के उपाय (Prevention Tips)
- यौन संबंध के दौरान कंडोम का प्रयोग करें
- रोजाना साफ, सूखा और कॉटन का अंडरवियर पहनें
- सुगंधित साबुन या स्प्रे से बचें
- अत्यधिक एंटीबायोटिक दवाओं से परहेज़ करें
- संतुलित आहार और पर्याप्त पानी का सेवन करें
निष्कर्ष (Conclusion)
योनिशोथ कोई मामूली समस्या नहीं है, बल्कि यह महिला के संपूर्ण प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। समय पर पहचान और उचित उपचार से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही, स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचाव संभव है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या योनिशोथ यौन संबंध से फैलता है?
👉 हाँ, Trichomoniasis और कुछ प्रकार के Bacterial Vaginosis यौन संपर्क से फैल सकते हैं।
Q2. क्या यह समस्या बार-बार हो सकती है?
👉 हाँ, यदि कारण (जैसे फंगल संक्रमण या स्वच्छता की कमी) दूर नहीं किया जाए तो यह बार-बार हो सकता है।
Q3. क्या योनिशोथ से गर्भधारण पर असर पड़ता है?
👉 हाँ, लंबे समय तक संक्रमण रहने पर गर्भाशय और अंडाशय प्रभावित हो सकते हैं, जिससे गर्भधारण में कठिनाई होती है।
Q4. क्या घरेलू उपाय से योनिशोथ ठीक हो सकता है?
👉 शुरुआती अवस्था में नीम, त्रिफला या दही जैसे प्राकृतिक उपाय मददगार हो सकते हैं, पर गंभीर मामलों में चिकित्सक से परामर्श आवश्यक है।
Q5. क्या योनिशोथ रजोनिवृत्ति के बाद भी हो सकता है?
👉 हाँ, हार्मोन की कमी से Atrophic Vaginitis हो सकता है, जो सूखापन और जलन का कारण बनता है।