लिवर की कमजोरी और पीली आँखें? जानिए Hepatitis-B का आयुर्वेदिक उपचार

हेपेटाइटिस-B (Hepatitis-B) एक गंभीर वायरल संक्रमण है जो यकृत (Liver) को प्रभावित करता है। यह Hepatitis B Virus (HBV) के कारण होता है, जो खून, शरीर के तरल पदार्थ या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से फैलता है।
यह रोग लिवर की सूजन, कमजोरी, और पीलिया (Jaundice) का प्रमुख कारण है। अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह लिवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis) या लिवर कैंसर (Hepatocellular Carcinoma) तक बढ़ सकता है।

हेपेटाइटिस-B के कारण (Causes)

  1. संक्रमित रक्त से संपर्क: संक्रमित सुई, ब्लेड, या रेज़र का उपयोग।
  2. असुरक्षित यौन संबंध: बिना सुरक्षा के यौन संपर्क।
  3. गर्भावस्था में संक्रमण: संक्रमित मां से बच्चे में वायरस का स्थानांतरण।
  4. खुले घाव या कट के माध्यम से संक्रमण।
  5. संक्रमित व्यक्ति के दांत ब्रश, नेल कटर या शेविंग आइटम का उपयोग।

रोग का फैलाव (Mode of Transmission)

  • Blood Transfusion (खून चढ़ाने से)
  • Contaminated Needles (संक्रमित सुई से)
  • Unprotected Sex (असुरक्षित संबंध)
  • Mother to Child Transmission

हेपेटाइटिस-B के लक्षण (Symptoms)

हेपेटाइटिस-B के शुरुआती चरण में लक्षण बहुत हल्के हो सकते हैं, परंतु जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, निम्न लक्षण दिखाई देने लगते हैं —

  1. भूख में कमी और उल्टी
  2. पेट में दर्द और भारीपन
  3. थकान और कमजोरी
  4. त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (Jaundice)
  5. गहरे रंग का मूत्र और हल्के रंग का मल
  6. लिवर का सूजना (Liver Enlargement)
  7. बुखार और बदन दर्द
  8. मितली और मतली की समस्या

निदान (Diagnosis)

  1. HBsAg Test: हेपेटाइटिस-B वायरस की पहचान के लिए सबसे प्रमुख टेस्ट।
  2. HBV DNA Test: वायरस की मात्रा (viral load) जानने के लिए।
  3. Liver Function Test (LFT): लिवर एंजाइम्स और बिलीरुबिन के स्तर की जांच।
  4. Ultrasound / Fibroscan: लिवर की स्थिति जानने के लिए।
  5. Liver Biopsy: गंभीर मामलों में लिवर की क्षति का पता लगाने हेतु।

एलोपैथिक उपचार (Allopathic Treatment)

हेपेटाइटिस-B का कोई पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन वायरस को नियंत्रित किया जा सकता है ताकि लिवर को नुकसान न पहुंचे।
मुख्य उपचार हैं —

  1. एंटीवायरल दवाएँ:
    • Tenofovir
    • Entecavir
    • Lamivudine
      ये दवाएँ वायरस की वृद्धि को रोकती हैं।
  2. लिवर प्रोटेक्टिव दवाएँ:
    • Liv 52, Essentiale Forte आदि।
  3. टीकाकरण (Vaccination):
    हेपेटाइटिस-B से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका वैक्सीन है।
  4. आराम और संतुलित आहार:
    रोगी को तनाव और थकान से बचना चाहिए।

आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Hepatitis-B)

आयुर्वेद के अनुसार हेपेटाइटिस “कामला रोग” की श्रेणी में आता है, जो पित्त दोष की वृद्धि और यकृत की कमजोरी से उत्पन्न होता है।

प्रमुख औषधियाँ:

  1. भृंगराज रस / भृंगराज चूर्ण: यकृत की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है।
  2. कुटकी (Katuki): लिवर को साफ करता है और पित्त दोष को संतुलित करता है।
  3. गिलोय सत्व: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और वायरस के प्रभाव को घटाता है।
  4. पुनर्नवा मंडूर: यकृत की सूजन घटाने और रक्त शुद्ध करने में सहायक।
  5. आंवला रस: शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट जो लिवर को मजबूत बनाता है।
  6. त्रिफला चूर्ण: लिवर की डिटॉक्स प्रक्रिया को तेज करता है।

सहायक चिकित्सा:

  • नारियल पानी और एलोवेरा जूस का सेवन करें।
  • धूम्रपान और शराब से पूरी तरह बचें।
  • तनाव, देर रात जागना और तला-भुना भोजन न करें।

आहार और जीवनशैली (Diet & Lifestyle Tips)

क्या खाएं:

  • आंवला, पपीता, नारियल पानी, मूंग दाल खिचड़ी
  • गिलोय, नीम, और तुलसी का सेवन
  • ताजा जूस और हल्का भोजन

क्या न खाएं:

  • शराब, सिगरेट, और जंक फूड
  • तैलीय, मसालेदार और बासी खाना
  • चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक
  • अधिक तनाव और नींद की कमी

बचाव के उपाय (Prevention Tips)

  1. Hepatitis-B Vaccine अवश्य लगवाएं।
  2. संक्रमित रक्त या सुई से संपर्क से बचें।
  3. असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं।
  4. व्यक्तिगत चीज़ें (रेज़र, ब्रश आदि) साझा न करें।
  5. गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर जांच कराएं।

संभावित जटिलताएँ (Complications)

  • लिवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis)
  • लिवर कैंसर (Liver Cancer)
  • जिगर की विफलता (Liver Failure)
  • क्रॉनिक हेपेटाइटिस-B संक्रमण

निष्कर्ष (Conclusion)

हेपेटाइटिस-B एक गंभीर लेकिन नियंत्रित किया जा सकने वाला रोग है। सही समय पर जांच, संतुलित आहार, नियमित दवा सेवन और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से लिवर को मजबूत रखा जा सकता है
आयुर्वेदिक औषधियों और प्राकृतिक उपायों के साथ यह रोग पूरी तरह नियंत्रण में लाया जा सकता है और रोगी एक स्वस्थ जीवन जी सकता है।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या हेपेटाइटिस-B पूरी तरह ठीक हो सकता है?
👉 हाँ, Acute cases में यह ठीक हो सकता है, लेकिन Chronic cases में इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Q2. क्या हेपेटाइटिस-B का टीका सुरक्षित है?
👉 बिल्कुल, यह रोग से बचाव का सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका है।

Q3. क्या हेपेटाइटिस-B में शराब पी सकते हैं?
👉 नहीं, शराब लिवर को और नुकसान पहुँचाती है।

Q4. हेपेटाइटिस-B के मरीज को क्या खाना चाहिए?
👉 हल्का, पौष्टिक और आसानी से पचने वाला भोजन जैसे मूंग दाल खिचड़ी, पपीता, नारियल पानी आदि।

Q5. क्या यह रोग दूसरों में फैल सकता है?
👉 हाँ, संक्रमित खून या शरीर के तरल पदार्थों से यह रोग फैल सकता है।

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