Insanity/Mania (पागलपन): Causes, Symptoms, Types, and Effective Treatments

परिचय

Insanity/Mania ‘पागलपन’ उस गम्भीर मानसिक स्थिति को कहते हैं जिसमें मानसिक और संवेगात्मक क्रियाओं के बिलकुल अस्त-व्यस्त हो जाने के कारण व्यक्ति को अपनी देख-रेख करने की शक्ति तथा सामाजिक अभियोजन (Social adjustment) लुप्त हो जाती है। उनका व्यवहार इतना निरर्थक और विचित्र तथा विश्वास इतना विभ्रम युक्त तथा संवेग इतने अस्त-व्यस्त हो जाते हैं कि अपरिचित व्यक्ति भी उनको देखते ही समझ लेता है कि वह व्यक्ति किसी मानसिक रोग से ग्रस्त अथवा ‘पागल’ (Insane) है। पागल की स्थिति में रोगी अतिउल्लास तथा आवेश में रहता है। यौवन से लेकर प्रौढ़ावस्था तक यह रोग अधिक होता है।

Causes पागलपन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक, मानसिक और आनुवंशिक कारक शामिल हैं।

1. मुख्य कारण बहुत अधिक परिश्रम या उद्वेग, ज्यादा खाना-पीना या इन्द्रिय परिचालन, ज्यादा शराब या गांजा पीना, निराशा और मिर्गी आदि इस रोग के प्रधान कारण हैं। मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर (जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन) का असंतुलन पागलपन का कारण बन सकता है।

2. गौण कारण-पैतृक कारण अर्थात् पूर्व पुरुषों को पागलपन का रोग रहना, गर्मी रोग, मेरुदण्ड की आन्तरिक बीमारियाँ शरीर में गहरी चोट लगना, हमेशा भयानक घटनाओं वाले उपन्यास पढ़ना इस रोग के गौण कारण हैं। यदि परिवार में मानसिक रोगों का इतिहास हो, तो जोखिम बढ़ जाता है।

3. तनाव और जीवनशैली: अत्यधिक तनाव, नींद की कमी और मानसिक दबाव से पागलपन के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

4. मेडिकल स्थिति: कुछ शारीरिक रोग जैसे मस्तिष्क संक्रमण या हार्मोनल असंतुलन भी इसके पीछे हो सकते हैं।

Symptoms पागलपन के लक्षण व्यक्ति और अवस्था के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं

अत्यधिक उत्साह या चिड़चिड़ापन

अत्यधिक बोलने या विचारों की तेज़ी

नींद की कमी

ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई

असामान्य या जोखिमपूर्ण व्यवहार

बेकार ही हाथ-पैरों का चलाना या बोलना। चेहरा तथा आँखों के भाव बदले हुए होना, गलत देखना, गलत सुनना या अंट-संट बकना या बड़बड़ाना, याददाश्त की कमी, बुद्धि का बिगड़ना, किसी काम में जी न लगना, क्रोध, भय, प्रसन्नता, शोक, रोना आदि मानसिक भावों की अधिकता, अपनी इच्छा शक्ति को काबू में न रख सकना, आत्म-हत्या की इच्छा करना,प्रियजनों का अनादर करना, नींद न आना, सिरदर्द रहना, जननेन्द्रिय का काम रुक जाना लगातार प्रलाप करना आदि इसके प्रधान लक्षण होते हैं।

रोग की पहचान

पागल रोगी के कार्य-कलाप में और विचार शक्ति में प्रधानता 3 प्रकार की भ्रान्तियाँ दिखायी देती हैं-

1. भ्रान्त देखना (Illusion)

2. हेलूसिनेसन (Hallucinetion)

3. वद्ध मूल भ्रान्त विश्वास (Delusion) इन तीन लक्षणों के द्वारा इसे पहचाना जा सकता है।

रोग का परिणाम

नींद न आना और खाने की इच्छा न होना इस रोग का लक्षण परिणामस्वरूप देखने को मिलता है। जन्म का पागलपन प्रायः ठीक नहीं होता है। युवकों और प्रौढ़ों का रोग ठीक हो सकता है।पागलपन या मैनिया एक गंभीर मानसिक स्थिति है, लेकिन सही उपचार और समर्थन से व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है। यदि आप या आपके आसपास कोई इस स्थिति से प्रभावित है, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। समय पर पहचान और उपचार जीवन को सुरक्षित और खुशहाल बना सकता है।

प्रकार (Types of Mania/Insanity)

  1. मैनिया (Mania): अत्यधिक उत्साह और ऊर्जा की स्थिति।
  2. हाइपोमेनिया (Hypomania): हल्की मैनिया, जिसमें लक्षण कम गंभीर होते हैं।
  3. साइक्लोथिमिया (Cyclothymia): हल्के मैनिया और डिप्रेशन के दौर वाले लक्षण।

उपचार (Treatments)
पागलपन का सही समय पर उपचार बेहद महत्वपूर्ण है। उपचार में आमतौर पर शामिल हैं:

  1. दवाइयाँ (Medications): मूड स्टेबलाइजर, एंटीसाइकोटिक और एंटीडिप्रेसेंट।
  2. मनोचिकित्सा (Psychotherapy): काउंसलिंग, व्यवहारिक थेरेपी और जीवनशैली सुधार।
  3. सहायक उपाय: पर्याप्त नींद, तनाव प्रबंधन, स्वास्थ्यवर्धक आहार और नियमित व्यायाम।

निष्कर्ष
पागलपन Insanity/Mania या मैनिया एक गंभीर मानसिक स्थिति है, लेकिन सही उपचार और समर्थन से व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है। यदि आप या आपके आसपास कोई इस स्थिति से प्रभावित है, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। समय पर पहचान और उपचार जीवन को सुरक्षित और खुशहाल बना सकता है।

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