Eczematous Otitis Externa (कान का एक्ज़ीमा): 7 Alarming Causes, Symptoms & Effective Remedies for Relief

परिचय –

Eczematous Otitis Externa (कान का एक्ज़ीमा) एक आम लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है जिसमें बाहरी कान की त्वचा (external ear canal) में सूजन, खुजली, लालिमा और परतदारपन (scaly skin) हो जाता है। यह समस्या अक्सर eczema या skin allergy से जुड़ी होती है और बार-बार होने वाले ear infections, excessive moisture (swimmer’s ear), कान में बार-बार खुजली करने या harsh chemicals के प्रयोग से और बढ़ जाती है।

1. Causes (कारण)

  1. Allergic Reaction – कान में प्रयोग किए गए hair dyes, shampoos, या earrings के metals से एलर्जी।
  2. Skin Conditions – Eczema, psoriasis, seborrheic dermatitis जैसी स्थितियाँ।
  3. Excessive Cleaning – बार-बार ear buds से कान साफ़ करना, जिससे skin barrier कमजोर हो जाता है।
  4. Fungal & Bacterial Infections – कान में नमी और गंदगी infection को बढ़ावा देती है।
  5. Environmental Factors – धूल, धूप, पसीना और प्रदूषण से irritation।
  6. Hearing Aids या Earphones का Prolonged Use – friction और moisture का बढ़ना।
  7. Underlying Health Issues – low immunity या chronic skin allergies।

2. Symptoms (लक्षण) of Eczematous Otitis Externa

  • कान में लगातार खुजली और irritation
  • Skin peeling या flaking
  • Ear canal की redness और swelling
  • हल्का discharge या पपड़ी बनना
  • कान में heaviness और blocked feeling
  • Secondary infection होने पर pain और pus discharge

3. Effective Remedies & Treatment (उपचार और घरेलू नुस्खे)

  1. Medical Treatment – Doctor द्वारा prescribed steroid ear drops, antifungal/antibacterial drops का प्रयोग।
  2. Moisturizing Ear Canal – Coconut oil या olive oil की कुछ बूंदें dryness और itching कम कर सकती हैं।
  3. Avoid Triggers – Hair dye, perfumes, harsh shampoos और chemical-based products से बचें।
  4. Hygiene Maintenance – कान को ज़्यादा साफ़ न करें और ear buds का overuse न करें।
  5. Cool Compress – Swelling और redness में राहत के लिए ठंडा compress।
  6. Diet & Lifestyle – Anti-inflammatory diet (हल्दी, अदरक, हरी सब्ज़ियाँ) skin health को support करती हैं।
  7. Ayurvedic/Herbal Remedies – नीम का तेल, तुलसी रस और त्रिफला काढ़ा skin inflammation को कम कर सकते हैं।

रोग(Eczematous Otitis Externa) के प्रमुख कारण

बच्चों में पुस्टेशियन ट्यूब छोटी व सीधी होती है. इसलिये मध्यकर्ण का संक्रमण अधिकपाया जाता है। ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण (यथा – सर्दी, जुकाम, टान्सिशोथ, क्रानिक साइनसाइटिस आदि), कान के पर्दे में छेद या उसके फट जाने से, खसरा, इन्फ्लूएन्जा आदि से संक्रमण मध्यकर्ण तक पहुँच जाता है। कान में घूँसा, थप्पड़ एवं बाहरी आघात लगने से । चेचक और टायफाइड के बाद रोग होना सम्भव है। वायरल संक्रमण के कारण मध्यकर्ण शोथ हो जाता है। कान में घाव, फोड़ा, फुंसी, खरोंच आदि लगने से कान में सूजन हो जाती है।

रोग(Eczematous Otitis Externa) के प्रमुख लक्षण

रोग(Eczematous Otitis Externa) का पहला लक्षण कान में पीड़ा (दर्द) होना होता है। कभी-कभी पीड़ा इतनी तीव्र होती है कि रोगी व्याकुल हो उठता है। कुछ रोगी धीमी गति से पीड़ा होने की शिकायत करते हैं। कान में भारीपन का भी आभास होता है। सुनने (Hearing) में बाधा होती है। कान में असामान्य ध्वनि सुनाई देती है। कान से स्राव बहता है तथा कभी-कभी कान बन्द भी हो जाता है। नये रोग (Eczematous Otitis Externa)में स्राव का रंग लाल रक्त मिश्रित होता है। कुछ रोगी कान में सीटी बजने की शिकायत करते हैं। कर्ण पीड़ा का प्रभाव सिर पर भी होता है। सिर में भारीपन एवं सिर दर्द की भी शिकायत रहती है। रोगी के कान के अन्दर टीस सी उठती अनुभव होती है। कान की निचली ग्रन्थि शोथ के कारण कुछ बढ़ी हुई प्रतीत होती है। रोगी(Eczematous Otitis Externa) को खाना खाते समय कष्ट का अनुभव होता है। रोगी को हरारत रहती है। रात के समय कान का दर्द बढ़ जाता है। कान से बदबू रात को नींद न आना, मानसिक तनाव, चिकित्सा के अभाव में आंशिक या पूर्ण बहरापन एवं ऊँचा सुनाई देना आदि लक्षण  होते हैं।

रोग की पहचान

उपरोक्त लक्षणों के आधार पर निदान में कोई कठिनाई नहीं होती है। कान की जाँच करने पर कान के अन्दर लालिमा, सूजन शोथ एवं प्रदाह मिलती है।

रोग का परिणाम

उचित चिकित्सा के अभाव में रोगी आंशिक अथवा पूर्णतः बहरा हो जाता है और ऊँचा सुनने लगता है।

Eczematous Otitis Externa (कान का एक्ज़ीमा) केवल कान की एक सामान्य समस्या नहीं है, बल्कि यह एक chronic skin condition भी हो सकती है, जो बार-बार infection, irritation और discomfort पैदा करती है। अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए तो secondary bacterial या fungal infection के कारण ear pain और hearing disturbance तक हो सकता है।

इसलिए ज़रूरी है कि:

  • बार-बार ear buds का प्रयोग न करें।
  • Moisture और allergens से कान को बचाकर रखें।
  • जरूरत पड़ने पर ENT specialist से consult करें।
  • Natural remedies और balanced diet के साथ skin immunity को मजबूत बनाएं।

समय पर सही diagnosis और treatment से न सिर्फ़ कान का eczema control में लाया जा सकता है बल्कि future infections से भी बचा जा सकता है

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