1. The Living World
What is Life?
जीवन क्या है? यह कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं द्वारा परिभाषित किया जाता है:
- Growth (वृद्धि): सभी जीवों में कोशिकाओं की संख्या और आकार में वृद्धि होती है। पौधे जीवनभर बढ़ते रहते हैं, जबकि जानवर एक निश्चित समय तक ही वृद्धि करते हैं।
- Reproduction (प्रजनन): जीवों की यह क्षमता होती है कि वे अपनी संतान उत्पन्न कर सकें। यह लैंगिक (Sexual) या अलैंगिक (Asexual) हो सकता है।
- Metabolism (चयापचय): सभी जीवों में जैव रासायनिक क्रियाएँ होती हैं, जैसे पाचन, श्वसन, ऊर्जा उत्पादन आदि। ये प्रतिक्रियाएँ जीवित कोशिकाओं में ही संभव होती हैं।
- Consciousness (चेतना): जीव पर्यावरणीय परिवर्तनों (जैसे रोशनी, तापमान, स्पर्श) को महसूस करके प्रतिक्रिया देते हैं। यह जीवन की एक अनूठी विशेषता है।
Biodiversity (जैव विविधता)
पृथ्वी पर जीवन के रूपों की विशाल विविधता को जैव विविधता (Biodiversity) कहते हैं। वर्तमान में लगभग 1.7 – 1.8 मिलियन प्रजातियाँ पहचानी जा चुकी हैं, लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि कुल प्रजातियों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
Taxonomy & Classification (वर्गीकरण और पारिभाषिक विज्ञान)
जीवों की पहचान, नामकरण और वर्गीकरण की वैज्ञानिक विधि को Taxonomy (पारिभाषिक विज्ञान) कहा जाता है। जीवों के अध्ययन को व्यवस्थित करने के लिए वैज्ञानिकों ने वर्गीकरण प्रणाली विकसित की।
👉 Carolus Linnaeus (कैरोलस लीनियस) ने Binomial Nomenclature (द्विनाम पद्धति) विकसित की, जिसमें प्रत्येक जीव को दो शब्दों वाला वैज्ञानिक नाम दिया जाता है। उदाहरण:
- मानव (Man) → Homo sapiens
- शेर (Lion) → Panthera leo
Binomial Nomenclature के नियम:
- वैज्ञानिक नाम में पहला शब्द Genus (वंश) और दूसरा Species (जाति) को दर्शाता है।
- Genus का पहला अक्षर हमेशा बड़ा (Capital) होता है, जबकि Species का नाम छोटे (Small) अक्षरों में लिखा जाता है।
- नाम को Italic में लिखा जाता है, या यदि हाथ से लिखा जाए तो अंडरलाइन किया जाता है।
Taxonomic Hierarchy (जीवों की श्रेणीबद्धता)
जीवों को व्यवस्थित रूप से वर्गीकृत करने के लिए Taxonomic Hierarchy का उपयोग किया जाता है।
📌 उच्चतम से निम्नतम स्तर तक:
- Kingdom (राज्य) → सबसे बड़ा समूह (e.g., Animalia, Plantae)
- Phylum (संघ) → समान विशेषताओं वाले जीवों का बड़ा समूह (e.g., Chordata)
- Class (वर्ग) → छोटे समूहों में विभाजन (e.g., Mammalia)
- Order (गण) → एक जैसी विशेषताएँ रखने वाले वर्गों का समूह (e.g., Primates)
- Family (कुल) → समान लक्षणों वाले जीवों का बड़ा समूह (e.g., Hominidae)
- Genus (वंश) → समान विशेषताओं वाले प्रजातियों का समूह (e.g., Homo)
- Species (जाति) → सबसे छोटा और मूल इकाई (e.g., sapiens)
🔹 Example: मानव (Human) का वर्गीकरण
- Kingdom: Animalia (जन्तु जगत)
- Phylum: Chordata (रज्जुकी)
- Class: Mammalia (स्तनधारी)
- Order: Primates (प्राइमेट्स)
- Family: Hominidae (होमिनिडी)
- Genus: Homo (होमो)
- Species: sapiens (सैपियन्स)
👉 निष्कर्ष: यह वर्गीकरण जीवों को समझने, उनका अध्ययन करने और उनकी समानताओं एवं विविधताओं को व्यवस्थित करने में मदद करता है। यह NEET परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण टॉपिक है।
2. Biological Classification (जैविक वर्गीकरण)
Five Kingdom Classification (R.H. Whittaker द्वारा प्रस्तावित पाँच जगत वर्गीकरण)
R.H. Whittaker ने जीवों को पाँच समूहों में विभाजित किया:
- Monera (मोनेरा): इसमें सभी प्रोकैरियोटिक (Prokaryotic) जीव आते हैं, जैसे कि बैक्टीरिया।
- Protista (प्रोटिस्टा): इसमें एककोशिकीय यूकैरियोटिक जीव आते हैं, जैसे अमीबा, पैरामीशियम।
- Fungi (फंजाई/कवक): ये परपोषी जीव होते हैं, जैसे खमीर (Yeast), मशरूम।
- Plantae (प्लांटी/वनस्पति): सभी स्वपोषी (Autotrophic) पौधे इस समूह में आते हैं।
- Animalia (ऐनिमेलिया/जन्तु जगत): सभी बहुकोशिकीय (Multicellular) उपभोक्ता (Heterotrophic) जीव इसमें आते हैं।
Differences Between Prokaryotes & Eukaryotes (प्रोकैरियोट्स और यूकैरियोट्स में अंतर)
विशेषता | Prokaryotes (प्रोकैरियोट्स) | Eukaryotes (यूकैरियोट्स) |
---|---|---|
कोशिका संरचना | बिना संगठित केन्द्रक के (No Nucleus) | संगठित केन्द्रक के साथ (Well-defined Nucleus) |
DNA | नग्न (Naked DNA) | झिल्ली से घिरा हुआ (Enclosed in Nucleus) |
कोशिकांग (Organelles) | झिल्ली रहित (Non-membrane bound) | झिल्ली युक्त (Membrane-bound) |
उदाहरण | बैक्टीरिया | पौधे, जन्तु, कवक |
Viruses, Viroids, Lichens, and Prions
- Viruses (वायरस): यह अकोशिकीय (Acellular) संरचना वाले कण होते हैं, जिनमें DNA या RNA हो सकता है, लेकिन वे केवल मेजबान कोशिका में ही सक्रिय होते हैं।
- Viroids (वाइरॉयड्स): यह केवल RNA से बने संक्रामक कण होते हैं, जिनमें प्रोटीन नहीं होता।
- Lichens (लाइकेन): यह शैवाल (Algae) और कवक (Fungus) के बीच सहजीवी संबंध (Symbiotic Relationship) का उदाहरण है।
- Prions (प्रायॉन्स): यह संक्रामक प्रोटीन होते हैं, जो मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियाँ पैदा कर सकते हैं।
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