जानिए बालतोड़ क्यों निकलते है

Boils( बालतोड़ ), जिन्हें फोड़े फुंसी के रूप मे जाना जाता है,
ये दर्दनाक, ओर मवाद से भरे उभार होते हैं जो त्वचा के नीचे तब बनते हैं जब बाल कूप या तेल ग्रंथि बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाती है। वे अक्सर लाल, कोमल गांठों के रूप में शुरू होते हैं और समय के साथ बड़े और अधिक दर्दनाक हो सकते हैं।
Boils फोड़े आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में उन्हें चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि जब वे बड़े होते हैं, लगातार बने रहते हैं, या संवेदनशील क्षेत्रों में होते हैं।
causes of boils

Boils यानि बालतोड़ साधारणतः रोम कूपों की जड़ों में हुए ‘स्टेफिलोकोकस’ (ओरियस या एल्बस) संक्रमण के कारण होता है। मोटे लोगों में यह अधिकतर पाया जाता है। मधुमेह रोगी और सफाई की कमी में यह रोग अधिक होता है। रोगी जो स्टीरायड या कैंसर की दवाई ले रहा हो, रोग की सम्भावना अधिक रहती है। ऐसी फोड़े-फुंसियाँ रगड़ लगने वाले स्थानों पर (गर्दन के पीछे, चेहरा, कक्षाओं, चूतड़ों तथा जंघाओं पर ज्यादा होती हैं। जब कभी एक ही स्थान पर बहुत सारे फोड़े-फुंसियाँ निकल आती हैं तो स्थिति को फुन्सी रोग (Furanculosis) कहते हैं।
Symptoms of boils

जीवाणु Boils Skin (त्वचा) के ऊपर पड़े किसी दरार या कटाव के माध्यम से अन्दर घुसते हैं। यह एक दर्द करता हुआ, सतह से उठा हुआ, लाल रंग के पर्व के रूप में उदित होता है जो बाद में सपूय हो जाता है और एक पिचिका पूय स्फोटिका (Papulopustule) का रूप ले लेता है जिसके बीच का क्षेत्र यानि Boils skin पीले रंग का होता है और दबाने पर पील-पील करता है। बाद में यह फट जाता है और अन्दर के पस (Pus) और एक पीले रंग की कील (Core) बाहर निकल आती है।
वैसे तो ये कही बार Boils cream लगाने से ही ठीक हो जाते है
यदि समय पर Boils treatment न की जाये तो यह फूटकर बार-बार बैठता रहता है और फिर से हो जाता है। आस-पास के रोम छिद्रों को भी प्रभावित करता है। यह शरीर के किसी भी भाग पर जहाँ बाल होते हैं निकल सकता है।