प्लेटलेट्स क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स, जिन्हें हिंदी में रक्त कणिकाएं कहा जाता है, खून में मौजूद छोटे सेल्स होते हैं। इनका मुख्य काम है खून को जमाना (clotting) ताकि चोट लगने पर अत्यधिक खून बहने से शरीर को नुकसान न हो।
एक स्वस्थ व्यक्ति के खून में प्लेटलेट्स की मात्रा होती है:
👉 1.5 लाख से 4.5 लाख प्रति माइक्रोलीटर
अगर ये मात्रा 1.5 लाख से कम हो जाए, तो स्थिति को थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया (Thrombocytopenia) कहा जाता है।

आजकल Platelets तेजी से क्यों घट रहे हैं?
1. डेंगू, चिकनगुनिया और वायरल इंफेक्शन
आजकल डेंगू और वायरल बुखार के मामले बहुत बढ़े हैं। ये वायरस बोन मैरो को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे प्लेटलेट्स बनना रुक जाता है और प्लेटलेट काउंट गिरने लगता है।
2. कमजोर इम्यून सिस्टम (Low Immunity)
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनका शरीर प्लेटलेट्स को पहचान नहीं पाता और उन्हें नष्ट कर देता है।
3. कुछ दवाइयों का दुष्प्रभाव
लंबे समय तक एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक दवाएं या कीमोथेरेपी जैसे इलाज प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
4. अत्यधिक शराब का सेवन
एल्कोहॉल बोन मैरो की कार्यक्षमता को कमजोर करता है, जिससे प्लेटलेट उत्पादन कम हो जाता है।
5. बोन मैरो की बीमारियां
ल्यूकेमिया, लिंफोमा, और एप्लास्टिक एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियां प्लेटलेट्स को सीधे प्रभावित करती हैं।
प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण (Low Platelets Symptoms)
- बार-बार नाक या मसूड़ों से खून आना
- शरीर पर नीले या लाल निशान (bruises)
- स्किन पर छोटे-छोटे लाल दाने (petechiae)
- बहुत जल्दी थकान और कमजोरी
- महिलाओं में पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव
- जरा सी चोट लगने पर बहुत ज्यादा खून बहना
प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय
अब जानते हैं ऐसे प्रभावी उपाय जो प्लेटलेट्स को नैचुरली बढ़ा सकते हैं:
1. पपीते के पत्तों का रस
पपीते के पत्ते डेंगू और वायरल बुखार में बहुत असरदार माने जाते हैं।
कैसे लें:
- 5–6 पत्ते धोकर पीस लें
- उसका रस निकालकर 2 बार रोज पिएं
यह प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में तेजी से मदद करता है।

2. गिलोय का रस
गिलोय एक प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर है जो वायरल इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
कैसे लें:
- रोज सुबह खाली पेट 15–20 ml गिलोय रस लें
- गर्म पानी के साथ लेना अधिक लाभकारी है

3. चुकंदर और गाजर का जूस
ये दोनों सब्जियां आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो नई रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करती हैं।

4. अनार और कीवी फल
अनार में आयरन और कीवी में विटामिन C होता है, जो प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार हैं।
रोजाना इन फलों का सेवन करें।

5. आंवला और नींबू
विटामिन C इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करता है, जिससे शरीर खुद प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ा पाता है।

6. पालक और चुकंदर की सब्जी
Folate और विटामिन K प्लेटलेट उत्पादन में मदद करते हैं। हफ्ते में 3-4 बार पालक-चुकंदर को शामिल करें।

7. तुलसी के पत्ते
तुलसी में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़कर प्लेटलेट्स को कम होने से रोकते हैं।

डॉक्टर से कब संपर्क करें?
अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:
- प्लेटलेट काउंट 50,000 से नीचे हो जाए
- बार-बार खून निकलना
- तेज बुखार के साथ प्लेटलेट्स तेजी से घट रहे हों
- बच्चों या गर्भवती महिला में प्लेटलेट्स गिरने के लक्षण
क्या होता है अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएं?
अगर प्लेटलेट्स 20,000 से नीचे आ जाएं, तो व्यक्ति को अंदरूनी रक्तस्राव (internal bleeding) या ब्रेन हैमरेज जैसी जानलेवा स्थिति हो सकती है। इसलिए समय पर इलाज लेना बेहद ज़रूरी है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आजकल की बदलती जलवायु, मच्छरों की बढ़ती संख्या और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से प्लेटलेट्स तेजी से घटने लगे हैं। लेकिन घबराइए मत — अगर आप समय रहते इसके लक्षण पहचान लें और उचित घरेलू उपाय अपनाएं, तो इसे संभाला जा सकता है।
प्लेटलेट्स बढ़ाना आसान है, अगर आप सही खानपान, आयुर्वेदिक उपाय और डॉक्टर की सलाह को साथ लेकर चलें।
जरूरी सुझाव:
- साफ पानी पिएं
- मच्छरों से बचाव करें
- थकावट और ओवरवर्क से बचें
- नियमित जांच कराएं (CBC Test)
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स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।