What is stye
पलक के किनारे-किनारे जहाँ से पलक जड़ लेते हैं. वहीं बहुत सी सिवेशियस ग्रन्थियाँ भी मौजूद होती हैं। इन्हीं ग्रन्थियों में से किसी एक के सूज कर फूल जाने से पलक के किनारे पर छोटी सी फुंसी निकल आती है। यही फुंसी गुहेरी, गुहांजनी या stye है। यह एक या ज्यादा भी होती हैं। कभी-कभी एक आराम होने पर दूसरी निकल आती है। इसमें बहुत दर्द होता है कभी-कभी एक कर इसमें से पीव भी निकलती है।

Causes of stye
दरअसल इसका सम्बन्ध वैक्टीरियल छूत से होता है जो प्रायः आँख को बार-बार मलने से होती है। आँख की माँसपेशियों में तनाव हो तो उसके कारण भी गुहेरी हो सकती है। यह मधुमेह, कमजोर, क्षीण रोगी व उन मरीजों में अधिक मिलता है जो अपने भोजन में कार्बो- हाइड्रेट ज्यादा लेते हैं। दृष्टि की कमजोरी भी इसका कारण है। गाँवों, कस्बों में यह भी माना जाता है कि गुहेरी गंदगी (मल आदि) को देखने से होती है, पर ऐसा सच नहीं है। वैसे अस्वच्छता किसी हद तक इसके लिये जुम्मेवार है।

Symptoms of stye
गुहेरी होने पर पलक का किनारा सूज जाता है और जब तक उसमें मवाद रहता है, काफी दर्द होता है। लेकिन गुहेरी के फूटते ही दर्द दूर हो जाता है।
कभी-कभी गुहेरियों की झड़ी सी लग जाती है, एक के बाद एक गुहेरी होती जाती हैं। शायद इसीलिये लोगों में यह विश्वास बैठ गया है कि गुहेरी जब निकलती है, तो 7 गुहेरियाँ जरूर होती हैं।
प्रायः यह देखा गया है कि 3-4 दिन बाद फुंसी के पक जाने के बाद मवाद निकल जाने से रोगी को आराम मिलता है।
CONJUNCTIVITIS- आँखें दुखना/आँखें आना