घेंघा क्या होता है

थायरॉइड ग्रन्थि की वृद्धि को घेंघा कहते हैं अर्थात् गले की गाँठ बहुत दिनों से बढ़ी हो या पुरानी हो जाय तो उसे इस रोग से जाना जाता है। इसे गलगण्ड, गिल्हड़ आदि नामों से भी सम्बोधित करते हैं।
Causes of Goitre
हीनता घेंघा (Deficiency Goitre) आयोडीन की कमी होने के कारण होता है अथवा थायरॉइड हार्मोन बनाने वाले एन्जाइमों की कमी के कारण होता है। गर्भावस्था के दौरान आयोडीन की अपेक्षाकृत कमी हो जाना। खाद्य पदार्थों में आयोडीन की कमी के कारण घेंघा छिटपुट रूप में अथवा स्थानिक रूप (Endemic) में होता है।
स्थानिक घेंघा उत्तरी भारत मैं बहुतायत से मिलता है। दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्र हिमालय की तराई में कश्मीर से बर्मा तक (हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार, बंगाल, सिक्किम, भूटान, आसाम, अरुणाचल, मेघालय, नागालैण्ड) फैला हुआ है।
Syymptoms of Goitre
ग्रन्थि मामूली बढ़ी हो सकती है या इतनी बड़ी हो सकती है कि कुरूपता ला सकती है तथा आसपास के अंगों पर दबाव डाल सकती है। वृद्धि समरूपी अथवा एक या अनेक पर्विकाओं के होने के कारण असमरूपी हो सकती है। थायरॉइड वृद्धि निगलते समय ऊपर-नीचे होती है, छूने पर मुलायम होती है तथा उसके ऊपर कोई दाब वेदना नहीं मिलती। कभी-कभी कठोर हो जाती है (कैल्सियम जमने से) । घेघा श्वास-प्रणाली पर दबाव डाल कर श्वास कष्ट या घर्घर पैदा कर सकता है। निगलने में कष्ट होना सम्भव है। स्वर रूक्षता (Hoar- seness of Voice) हो सकती है। चेहरे पर लालिमा हो सकती है।