Frozen shoulder

FROZEN SHOULDER-जकड़ा हुआ कंधा

What is frozen shoulder

इसे सपीड कन्धा संलक्षण भी कहते हैं। इसमें कंधा सन्धि के ईद-गिर्द परा-सन्धि ऊतकों (वसा, श्लेषक कला, कण्डराओं तथा पेशियों) में शोध होने के कारण होता है।

Frozen shoulder

Causes of frozen shoulder

इसका कारण अज्ञात है। अक्सर कोई न कोई हल्का किन्तु लम्बे अर्से तक बने रहने वाला आघात अथवा लम्बे अर्से तक अचलीकरण का पूर्व इतिहास मिलता है। हृदय रोधगलन (Myocardial infarction) के बाद भी ऐसा हो सकता है। या चिरकारी फुफ्फुसीय रोगों के साथ या पक्षाघात (Hemiplegia) के साथ ऐसा होना संभव है। शल्य क्रिया के बाद भी ऐसा हो सकता है यह रोग अधिकतर 40 वर्ष की आयु के बाद होता है तथा महिलाओं में अधिक होता है।

Frozen shoulder

Symptoms of frozen shoulder

इस रोग में कंधे पर बड़े जोरों का दर्द होता है जो अंगुलियों के पोरों तक प्रसारित होता है। ऐसा दर्द रात में अधिक होता है जिसके कारण नींद नहीं आती है। अकड़न दिनों दिन बढ़ती जाती है और कन्धे की गतिशीलता सीमित हो जाती है-विशेषकर बाँह को बाहर और अंदर की तरफ मोडने में। आस-पास की पेशियों का परिगलन होने लगता है। एक्स-रे करने पर वसा तथा कण्डराओं में कैल्सीभवन देखा जा सकता है। सम्बन्धित अस्थियों में अस्थि सुविरता पायी जाती है।

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