परिचय

अचानक नाक से (एक या दोनों नथुनों से) खून आने लगता है। यह आगे आप में कोई रोग नहीं है। बल्कि किसी स्थानीय या शरीर के दूसरे भाग के रोग को संकेत देता है।
रोग के कारण

स्थानीय कारण-यह जन्मजात, चोट लगने (नाक का फ्रेक्चर, घूँसा, नाक को कुरेदने ) गर्मी में काम करने, बाह्य वस्तु को नाक में घुसाने से, तीव्र राइनाइटिस, साइनोसाइटिस, नेजल डिफ्थीरिया, क्षय रोग, फंगल इन्फेक्सन बढ़े हुए एडीनाइड्स, नासिका श्लेष्मा के सूख जाने से, नाक के कीड़े, नाक का कैंसर, हीमोफीलिया एवं रक्त के अन्य रोग, ल्यूकीमिया, परप्यूरा, वाइरल फीवर, मलेरिया, कालाजार, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, विटामिन ‘सी’ एवं ‘के’ की कमी, गुर्दे का संक्रमण, कुपोषण, जिगर की बीमारी आदि कारणों से होती है। अधिक ऊँचाई वाली जगह पर जाने से, औषधि जैसे एस्प्रिन, एण्टीकोगुलेंट, फिनाइल व्यूटाजोल आदि के अधिक समय तक लेने से भी नाक से खून बह सकता है।
रोग के लक्षण

रक्त का एकाएक नाक से निकलना, यठ रक्त एक या दोनों नथुनों से आता है। पर कभी-कभी यह पीछे चला जाता है और मुँह द्वारा आता है। जब रक्त अधिक आता है तब मरीज इसे निगल जाता है और फिर यह उल्टी में निकलता है। रक्त निकल जाने से चक्कर आने लगते हैं और सिर भारी हो जाता है। बहने वाला रक्त लाल, चमकदार व ताजा होता है। यदि रक्त बहुत अधिक मात्रा में देर तक आता रहे तो मरीज बेहोश होकर शॉक अवस्था में चला जाता है।
अन्य लक्षण

नाक से रक्त बहने पर रोगी के मस्तिष्क में कष्ट की शिकायत बताता है। अक्सर रोगी की नाक से एक ही नथुने से रक्त आता है। कभी-कभी जब वह रक्त स्वर यंत्र में चला जाता है तो बड़े जोर की खाँसी आती है और खाँसी के साथ मुँह से रक्त आता है।
रोग की पहचान

जैसे ही रोगी चिकित्सालय पर आये, वैसे ही नाक के आन्तरिक भाग को हेड मिरर से प्रकाश डाल कर देखें कि रक्त कहाँ से आ रहा है। स्थानीय एवं अन्य कारणों को ढूँढें (रक्त आने का कारण क्या है)। ब्लड प्रेशर चैक करें। हीमोग्राम अनीमिया के बारे में बताता है। कोएगूलेशन टेस्ट से Bleeding Disorder का पता चलता है। रेडियोग्राफी से एक्यूट साइवूसाइटिस फेक्चर अथवा पेरानेजल साइनसो की मैलिग्नेन्सी का पता चलता है। C. T. स्केन कराने का निर्देश दें। नाक और पैरानेजल साइनसों की इण्डोस्कोपी की जानी चाहिये। वायोप्सी भी की जाती है। (Reveals the nature of the lesions like rhinosporidiosis, angioma or malignancy)।