Chancroid क्या है?
किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लैंगिक सम्पर्क होने से स्वस्थ व्यक्ति के जननांग पर जख्म बन जाता है, जिसे शैंकरॉयड या साफ्ट शैंकर कहा जाता है। यह जीवाणुजनित यौन संचारित संक्रमण है जो हेमोफिलस डुक्रेई नामक जीवाणु के कारण होता है। इस एसटीआई की विशेषता जननांगों पर दर्दनाक अल्सर और कमर के क्षेत्र के लिम्फ नोड्स में सूजन है। चैनक्रॉइड मुख्य रूप से विकासशील देशों में और उन क्षेत्रों में रहने वालों में होता है जहाँ स्वास्थ्य संसाधन इष्टतम स्तर पर नहीं हैं। इसके अलावा, चैनक्रॉइड होने से एचआईवी संचारित होने या प्राप्त होने की संभावना बढ़ सकती है।
Causes of Chancroid
यह रजित रोग डूक्री बैसीलस (हीमोफीलस डूक्री (Hemophilus Ducrey) के संक्रमण से होता है। भारत में यह एक सामान्य रजित रोग है। यह रोग सिर्फ पुरुषों में पहचाना जा सकता है। महिलाओं में इस रोग के कोई लक्षण नहीं होते। यह जीवाणु छोटा और पतला होता है। इसके किनारे गोल होते हैं। ये जोड़ों में रहते हैं। लैंगिक संसर्ग के दौरान जीवाणु संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति के जननांगों की त्वचा या श्लैष्मिक कला में प्रवेश करता है।

Symptoms of Chancroid
अनियमित सम्भोग के 3 से 5 दिन के अंदर जननेन्द्रिय पर या उसकी ऊपरी त्वचा के ऊपर, कई पिटिकायें उभर आती हैं। कुछ ही दिनों के अंदर पिटिकायें पूयस्फोटिका [(फुंसी) में बदल जाती हैं। इन व्रणों के किनारे अंदर की ओर मुड़े हुए होते हैं। इसके चारों तरफ लालिमा छाई रहती है एवं इनके अंदर से पूरा निकलता है। स्थानीय लिम्फ ग्लैण्ड्स बढ़ जाते हैं और कठोर तथा दाब वेदना के साथ होते हैं जिनके अंदर से पूय मात्र एक छिद्र से निकला करता है। लिम्फोग्रेनूलोमा वैनीरियम में अनेक छिद्र होते हैं]। घावों को छूने पर इनमें से बड़ी आसानी के साथ पीवयुक्त रक्त निकलने लगता है। रोग के पुराना हो जाने पर सारे शरीर पर ही लाल-लाल चकत्ते निकल आते हैं और उन स्थानों पर घाव से बनते जाते हैं। शरीर से एक विशिष्ट प्रकार की गन्ध आने लग जाती है। लापरवाही बरतने और उपचार पर ध्यान न देने की स्थिति में हालत बिगड जाती है और जननेन्द्रिय गलनी शुरू हो जाती है।
